गांधीजी की शिक्षा नीतियों के विचारों को संयोजितां करते हुए मैं यहां स्वरचित कविता आपके समक्ष प्रस्तुत कर रही हूं |जिसका शीर्षक है:- कैसे थे गाँधी?
कैसे थे गाँधी?
कैसे थे गाँधी?
नवभारत के सहज निर्माण के उद्देश्य से,
गांधी ने प्रेरित किया हमें आधारभूत शिक्षा के विचार से|
प्राथमिक शिक्षा के विचारो को उजागर कर,
नीति मूल्यों की बातों को भी उसमें शामिल कर ,
चले हम नए राष्ट्र-निर्माण की परिपाटी पर |
प्रत्येक व्यक्ति की हो इस राष्ट्र-निर्माण में भागीदारी,
यही सोचकर गांधी ने नई तालीम और स्वयं सहायक होने की बात कह डाली|
राष्ट्रहित में लघु उद्योगों की महत्वता,
हस्त-कौशल हो मानव विकास की आवश्यकता,
इन्हीं विचारो की नींव पर उठी आंदोलनो की आंधी,
ऐसे थे गाँधी!!
....,............ BY: - ANITA...............................
कैसे थे गाँधी?
कैसे थे गाँधी?
नवभारत के सहज निर्माण के उद्देश्य से,
गांधी ने प्रेरित किया हमें आधारभूत शिक्षा के विचार से|
प्राथमिक शिक्षा के विचारो को उजागर कर,
नीति मूल्यों की बातों को भी उसमें शामिल कर ,
चले हम नए राष्ट्र-निर्माण की परिपाटी पर |
प्रत्येक व्यक्ति की हो इस राष्ट्र-निर्माण में भागीदारी,
यही सोचकर गांधी ने नई तालीम और स्वयं सहायक होने की बात कह डाली|
राष्ट्रहित में लघु उद्योगों की महत्वता,
हस्त-कौशल हो मानव विकास की आवश्यकता,
इन्हीं विचारो की नींव पर उठी आंदोलनो की आंधी,
ऐसे थे गाँधी!!
....,............ BY: - ANITA...............................
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